सोढ़ा जी छे भाई थे और ऐक बहन -
सोढ़ा जी ! ! साखला जी ! ! वाधो जी ! ! जेतसी जी ! ! जेसगदेव जी ! ! परब जी ! ! केसर कुंवर (संचियाय देवी ) हुवे। संचियाय देवी सोढ़ा जी के बहन थे, और वो देवी शक्ति थे। आज भी सोढ़ा कुल मे उनकी पूजा होती हे ?
ऐसे परमार कुल मे सोढ़ा जी के बाद उनके वंशज़ सोढ़ा जी के बाद सोढ़ा सरनेम चली।
सोढ़ा जी ! ! साखला जी ! ! वाधो जी ! ! जेतसी जी ! ! जेसगदेव जी ! ! परब जी ! ! केसर कुंवर (संचियाय देवी ) हुवे। संचियाय देवी सोढ़ा जी के बहन थे, और वो देवी शक्ति थे। आज भी सोढ़ा कुल मे उनकी पूजा होती हे ?
ऐसे परमार कुल मे सोढ़ा जी के बाद उनके वंशज़ सोढ़ा जी के बाद सोढ़ा सरनेम चली।
सोढ़ा जी के कुल मे भी पीछे उनके वंशजों के नाम से सोढ़ा कुल मे भी बहुत सारे अलग अलग सोढ़ा सरनेम हूवी।
थोड़ा उनका परिचय
👉सोढ़ा जी (दो पुत्र हुवे )
👉चामकदेव जी (और ) सिंधल जी
सिंधल जी के पीछे उनका भी परिवार सिंधल सोढ़ा से आज उनके वंशज सरनेम हे और ये सिंधल कुल मे कूवरी कमलावती हुवे जिनका विवाह राठौड़ कुल के (जुजार ) इस्ट देव पाबुजी के साथ हुवा।
और सिंधलो की कूवरी नेतलदे के साथ श्री रामदेवजी का विवाह हुवा।
और चामकदेव जी के
वंश मे भी बहोत से सरनेम के सोढ़ा हुवे चामक देव जी के वंश मे देव शिरोमणि पिथौराजी दादा हुवे।
सन्दर्भ एवं आभार -
https://kshatriyaitihas.blogspot.com
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