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Saturday, February 23, 2019

पाबू जी महाराज और सोढा

  • जन्म – 1239 ई. में
  • जन्म स्थान – कोलुमण्ड गाँव, फलौदी (जोधपुर)
  • पिता – धाँधल जी राठौड़  
  • माता – कमलादे
  • पत्नी – फुलमदे/सुपियार दे सोढ़ी
  • फुलमदे अमरकोट के राजा सूरजमल सोढा की पुत्री थी
  • पाबूजी ‘ऊँटों का देवता’, ‘गोरक्षक देवता’ तथा प्लेग रक्षक देवता’ के रूप में प्रसिद्ध है।
  • पाबूजी को ‘लक्ष्मण का अवतार’ माना जाता है।
  • ऊँटों को पालक जाती राईका / रेबारी /देवासी के अराध्य देव पाबूजी है।
  • पाबूजी की जीवनी ‘पाबू प्रकाश’ के रचयिता – आशिया मोड़जी
  • हरमल व चांदा डेमा पाबूजी के रक्षक थे।
  • माघ शुक्ल दशमी तथा भाद्रपद शुक्ल दशमी को कोलुमण्ड गाँव (फलौदी, जोधपुर) में पाबूजी का प्रसिद्ध मेला भरता है।
  • पाबूजी के पवाड़ें / पावड़े (गाथा गीत) प्रसिद्ध है, जो माठे वाद्य यंत्र के साथ गाये जाते है।
  • प्रतीक चिन्ह – भाला लिए हुए अश्वारोही तथा बायीं ओर झुकी हुई पाग।

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